Dilip Ghosh: Biography, Cast, Age, Wife, Political career
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिग्गज़ नेताओं में गिने जाने वाले दिलीप घोष जिनका नाम तो आपने अक़्सर न्यूज़ में सुना ही होगा। आपकी और अधिक जानकारी के लिए बता दू की दिलीप घोष फ़िलहाल भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल के इकाई के अध्यक्ष है।
वह मेदिनीपुर संसदीय क्षेत्र के संसद भी है। इसके अलावा वह 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में खरगपुर सदर क्षेत्र से विधायक भी है। उन्होंने राजनितिक में एंट्री भी इसी सीट पर चुनाव लड़कर किया और धमाकेदार जीत हाशिल की जिसके बारे में आगे चर्चा करेंगे। तो आज हम दिलीप घोष की जीवनी के बारे में जानेंगे।
Dilip Ghosh |
इस आर्टिकल में आप पढ़ेंगे-
- दिलीप घोष का परिचय
- दिलीप घोष का जीवन परिचय
- दिलीप घोष की जीवनी
- दिलीप घोष की शिक्षा
- दिलीप घोष की उम्र
- दिलीप घोष का राजनितिक जीवन
- दिलीप घोष का सोशल प्रोफाइल्स
दिलीप घोष का परिचय | Dilip Ghosh's Introduction
दिलीप घोष का जन्म 1 अगस्त 1964 को पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर क्षेत्र के कुलिआना गाँव में बंगाली सदगोप परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री भोलानाथ घोष है व उनकी माता का नाम श्रीमती पुष्पलता घोष है। वह चार भाइयों में दूसरे नंबर पर है।
- पूरा नाम (Full Name)- दिलीप घोष
- निक नाम (Nick Name)- दिलीप दा और नरु दा
- जन्म स्थान (Birth Place)- पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर क्षेत्र के कुलिआना गाँव में
- जन्म तिथि (Date of Birth)- 1 अगस्त 1964 को
- पिता का नाम (Father's name )- स्वर्गीय श्री भोलानाथ घोष
- माता का नाम (Mother's name)- श्रीमती पुष्पलता घोष
- भाई (Brothers)- 4
दिलीप घोष की शिक्षा | Dilip Ghosh's Education
उन्होंने झारग्राम पॉलिटेक्निक कॉलेज से डिप्लोमा किया हुआ। जो की पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर में पड़ता है।
दिलीप घोष की उम्र | Dilip Ghosh's Age
दिलीप घोष की उम्र 56 वर्ष (2020 के अनुसार ) है।
दिलीप घोष का राजनितिक जीवन | Dilip Ghosh's Political Life
दिलीप घोष जब केवल 8 वर्ष के थे यानि की 1972 में तो वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) के सदस्य बन गए थे। पर वह 1984 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) के प्रचारक बने। घोष वर्ष 1999 में अंडमान-निकोबार द्वीप के राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) के अध्यक्ष बने। और वह विगत 8 वर्षो तक अपने अध्यक्ष पद पर बने रहे। वर्ष 2007 में अध्यक्ष पद को छोड़ा।
2014 में दिलीप घोष को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लिया गया। और उसके बाद उन्हें पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता इकाई का अध्यक्ष बनाया गया। तत्पश्चात 2015 में घोष को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पश्चिम बंगाल का अध्यक्ष बनाया गया।
और उसके अगले वर्ष ही हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर के खड़गपुर सदर क्षेत्र से चुनाव लड़ा। और जैसा की शुरू में मैंने आपको बताया था की उन्होंने धमाकेदार जीत हाशिल की।
असल में हुआ यु था की उन्होंने उस सीट पर पिछले 35 वर्षो से जीतते आ रहे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INS) के ज्ञानसिंह सोहनपाल को धूल चटा दी। जो की एक रिकॉर्ड बन गया जो शायद ही किसी के नाम दर्ज हो।
दिलीप घोष सितम्बर 2016 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाई गई एक सात दिन के दौरे में यूनाइटेड स्टेट्स (US) के न्यू यॉर्क, बोस्टन, न्यू जर्सी और शिकागो जैसे शहरो में दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य यह था की पश्चिम बंगाल के हिन्दुओं की दुर्दशा और बांग्लादेशी घुसपैठी से पुरे विश्व को अवगत कराना।
घोष के द्वारा पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी का आधार बनाने काफ़ी योगदान रहा और इसका प्रदर्शन तब हुआ जब 2019 में लोकसभा का चुनाव हुआ तो भारतीय जनता पार्टी ने पुरे इतिहास में पिछले चुनावों की तुलना में ज्यादा सीटों पर जीत हाशिल की।
केवल इतना ही नहीं दिलीप घोष भी इस लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिए और मेदिनीपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिदित्व किये और अपने प्रतिद्वंदी तृणमूल कांग्रेस के नेता मानस भुंईया को पीछे छोड़ दिया। जनवरी 2020 में पुनः उन्हें भारतीय जनता पार्टी (पश्चिम बंगाल) का अध्यक्ष बनाया गया।
दिलीप घोष का सोशल प्रोफाइल्स | Social Profles
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